- 45 Posts
- 11 Comments
इंडिया टीवी की ऐंकर तनु शर्मा द्वारा आत्महत्या की कोशिश के 10 दिन बाद उनके हक में आवाज उठनी शुरू हो गई है। बुधवार को नोएडा फिल्म सिटी में पत्रकारों, समाज सेवियों, और स्टूडेंट्स के एक छोटे से ग्रुप के प्रदर्शन के बाद गुरुवार को लखनऊ में पत्रकारों की एक सोसायटी ने भी इस केस की सीबीआई जांच की मांग की।
मौजूदा जानकारी के मुताबिक बीती 22 जून को तनु शर्मा ने इंडिया टीवी के अपने सीनियर्स पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए नोएडा स्थित अपने ऑफिस में ही जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया था। इसके बाद जब चैनल प्रशासन की तरफ से तनु शर्मा पर ही आत्महत्या की कोशिश का मामला दर्ज करवा दिया गया तो तनु ने भी 26 जनवरी को पुलिस को लिखित में अपना बयान दिया। इस बयान में उन्होंने मुख्य रूप से इंडिया टीवी की एमडी और रजत शर्मा की पत्नी रितु धवन, चैनल आउटपुट हेड अनीता शर्मा और ऐकरिंग हेड एमएन प्रसाद का नाम लिया है।5 फरवरी 2014 को चैनल जॉइन करने के बाद से ही तनु के सीनियर्स ने उन्हें परेशान करना शुरू कर दिया था। रितु धवन के कहने पर अनीता शर्मा ने उन्हें बड़े-बड़े नेताओं और कॉरपोरेट हाउस के मालिकों के पास भेजने की बहुत कोशिश की। इस कोशिश में खुद एक समय में तनु के एचओडी रहे एमएन प्रसाद का भी हाथ शामिल था। जब वह किसी भी तरह इसके लिए तैयार नहीं हुईं तो उनको काफी दिनों तक ऐंकरिंग नहीं करने दी गई। फिर जैसे-तैसे ऐंकरिंग शुरू भी हो पाई तो अनीता शर्मा की प्रताड़ना और बढ़ती चली गई। तनु अपनी जॉब भी नहीं छोड़ सकती थीं,क्योंकि इंडिया टीवी के कॉन्ट्रैक्ट के मुताबिक उनको जॉब छोड़ने पर 6 महीने की सैलरी देनी पड़ती। इस मामले में उन्होंने एचआर हेड पुनीत टंडन से भी बात की, लेकिन उनको कोई राहत नहीं मिली, उलटे उन्हें लोकसभा चुनाव में ऐंकरिंग से हटा दिया गया। हर तरफ से निराश होकर तनु ने आखिर में 19 जून को एमएन प्रसाद को एक मेसेज भेजा कि वह रिजाइन कर देंगी। प्रसाद ने उनका यह मेसेज एचआर को फॉरवर्ड कर दिया गया और इसे उनका फॉर्मल रेजिग्नेशन मान लिया गया। 22 जून को जब वह ऑफिस पहुंचीं तो उनको पता चला कि उनकी नौकरी जा चुकी है।
नौकरी जाने का सदमा वह बर्दाश्त नहीं कर पाईं और उन्होंने फेसबुक पर सूइसाइड नोट लिखा और फिर ऑफिस में ही जहर खा लिया। जब वह ऑफिस के बाहर निकलीं तो उनकी हालत काफी बिगड़ने लगी। तब ऑफिस के स्टाफ और वहां मौजूद लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी और उन्हें नोएडा के कैलाश हॉस्पिटल में भर्ती कराया।
रजत शर्मा और बीजेपी के ‘कनेक्शन’ पर चिंता
गुरुवार को तनु शर्मा के पक्ष में आवाज उठाते हुए लखनऊ में जर्नलिस्ट्स यूनियन फॉर सिविल सोसायटी (जेयूसीएस) ने ऐंकर के साथ हुए मानसिक उत्पीड़न और दुर्व्यवहार की निंदा की। जेयूसीएस ने कहा कि इस पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच होनी चाहिए, साथ ही ऐंकर को सुरक्षा मुहैया कराई जानी चाहिए। सोसायटी ने लोकसभा चुनावों में इंडिया टीवी की भूमिका की जांच के लिए चुनाव आयोग से मांग की और प्रेस काउंसिल से कहा कि मीडिया संस्थानों में महिला पत्रकारों के यौन उत्पीड़न की शिकायत सुनने के लिए एक आयोग का गठन किया जाए। यूनियन के सदस्यों ने यह भी कहा कि रजत शर्मा आरएसएस के छात्र संगठन एबीवीपी से जुड़े रहे हैं और उनके बीजेपी नेताओं से नजदीकी रिश्ते हैं। वह तथ्यों से छेड़छाड़ करके जांच को प्रभावित कर सकते हैं, इसलिए रजत शर्मा, रितु धवन और अनीता शर्मा के साथ-साथ इस मामले से जुड़े अन्य लोगों के कॉल डिटेल, मेसेज, ई-मेल आदि को तुरंत सुरक्षित किया जाए, जिससे इस पूरे प्रकरण में संलिप्त नेताओं, मीडियाकर्मियों और उद्योगपतियों को उनकी करतूतों की सजा दी जा सके।
धन्यवाद
द्वारा – राहुल वैश्य ( रैंक अवार्ड उपविजेता),
एम. ए. जनसंचार (राज्य पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण, हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग)
एवम
भारतीय सिविल सेवा के लिए प्रयासरत
Read Comments